sarso report || सरसों रिपोर्ट || अरंडी रिपोर्ट

सरसों खल: घटने के आसार नहीं

पशु आहार वालों की मांग सुधरने तथा आपूर्ति घटने से सरसों खल के भाव 50 रूपए बढ़कर 2400 / 2625 रूपए प्रति कुंतल हो गए। बिकवाली घटने से उत्तर प्रदेश के मंडी में सरसों खल की कीमतों में तेजी का रुख रहा। हाल ही में सरसों के भाव ऊपरी स्तर से नीचे आ गए। आने वाले दिनों में आपूर्ति बढ़ने की संभावना को देखते हुए इसमें तेजी की उम्मीद नहीं है बाजार सीमित दायरे में घूमता रह सकती है।

सीपीओ:सीमित घटबढ़

विदेशों में सीपीओ के भाव 990 डॉलर प्रति टन बोले जाने तथा वनस्पति घी निर्माताओं की मांग घटने एवं आयातको की बिकवाली से कांदला में कूड पाम आयल के भाव 100 रुपए घटकर 8150 रूपए प्रति क्विंटल रह गए। सटोरिया लिवाली के अभाव में सीपीओ अप्रैल डिलीवरी 119 रिंगिट घटकर 3818 तथा मई 139 रिंगिट घटकर 3720 रिंगिट प्रति टन रह गये। स्टॉक व मांग को देखते हुए आने वाले दिनों में तेजी की संभावना नहीं है बाजार सीमित उतार-चढ़ाव के बीच में घूमता रहेगा ।

सरसों बढ़ने के आसार कम

उत्पादक क्षेत्रों से आवक सुधरने तथा मिलों की मांग घटने से लारेंस रोड पर सरसों के भाव 25/50 रुपए घटकर 5450/5500 रुपए प्रति कुंतल रह गये नजफगढ़ मंडी में लूज में इसके भाव 4900/5000 रुपए प्रति कुंतल बोले गए । उठाव न होने से जयपुर में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव 5650/5700 रुपए प्रति कुंटल बोले गये । देश की मंडियों में सरसों की आवक 10.5 लाख बोरी की रही आवक का दबाव बढ़ने की संभावना को देखते हुए इसमें तेजी के आसार नहीं लग रहे है।

बिनौला तेल : मंदा नहीं

वनस्पति घी निर्माताओ की मांग निकलने से हरियाणा-पंजाब की बिकवाली कमजोर होने से बिनौला तेल के भाव 9500 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। पंजाब की मंडियों में बिनौले के भाव 3200/3500 रूपए प्रति कुंतल बोलें गए। हाल ही में आई गिरावट आपूर्ति व मांग को देखते हुए इसमें ज्यादा घटबढ़ की संभावना नहीं है बाजार 100/200 रुपए की तेजी-मंदी के बीच घूमता रहेगा

राइसब्रान ऑयल:मंद के आसर कम

रिफाइंड वालों की मांग सुस्त पड़ने तथा आपूर्ति सुधरने से राइसब्रान आयल पंजाब के भाव 20 रुपए मुलायम होकर 7900 रूपए प्रति कुंतल रह गये। विदेशों के मंदे समाचार आने के कारण विदेशी तेलों में नरमी का रुख रहा। हाल ही में आई गिरावट को देखते हुए आने वाले दिनों में इसमें और ज्यादा मंदे की संभावना नहीं है बाजार वर्तमान भाव के आसपास रूका रह सकता है।

अरांडी तेल में ज्यादा मंदा नहीं

ग्राहकी कमजोर होने के कारण हाल ही में अरंडी तेल के भाव 1000 रुपए प्रति कुंटल घट गए। भविष्य में और ज्याद मंदे की संभावना नहीं है। आप सुधी पाठको समय-समय पर आरंडी तेल की तेजी मंदी के बारे में खबरें पढ़ने को मिलती रहती हैं. इसी तारतम्य ताजा सर्वे के अनुसार औद्योगिक मांग कमजोर होने के कारण एक माह के दौरान अरंडी तेल के भाव 1000 रुपए घटकर 14100/14200 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। गुजरात की मंडियों में इसके भाव 13700 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। अरंडी का उत्पादन मुख्यतः राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार इत्यादि राज्यों में होता है। बिजाई का रकबा बढ़ने के कारण चालू सीजन के दौरान देश में अरंडी का उत्पादन 19 लाख टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त की गई। उत्पादन अधिक होने तथा तेल मिलों की मांग कमजोर होने से उक्त अविध के दौरान राजस्थान की मंडियों में मांग कमजोर होने से अरंडी के भाव 500 घटकर 6100 / 6200 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। सटोरिया बिकवाली बढ़ने से एनसीडीईएक्स में अरंडी अप्रैल वायदा में गिरावट का का रुख रहा। कोरना महामारी के चलते निर्यात मांग कमजोर पड़ गई। अरंडी का निर्यात ब्राजील, अमेरिका यूएसए, कजाकिस्तान, नार्वे, चीन इत्यादि देशों को होता है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन के अनुसार अप्रैल से मार्च 2022-23 की अवधि के दौरान अरंडी तेल का निर्यात 486, 786 टन लगभग हुआ जिसका मूल्य 7328.36 करोड रुपए था। जबकि अप्रैल से मार्च 2021-22 की अविध के दौरान अरंडी तेल का निर्यात 6628.12 टन के लगभग था जिसका मूल्य 7804.50 करोड़ रुपए का हुआ। हाल में आई गिरावट के कारण इसमें और ज्यादा घटने की गुंजाइश नहीं है । औद्योगिक मांग निकलने के साथ-साथ में निर्यात मांग बढते ही अरंडी तेल के भाव पुनः बढ़ने लगेंगे।

व्यापार अपने विवेक से करें

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