सरसों में तेजी कि संभावना, आज का सरसों सप्ताहिक रिपोर्ट, खल बिनौला तेजी मंदी रिपोर्ट, 18जून सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट,

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आज 18 जून कि ताजा सरसों तेजी मंदी रेट के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे,

सरसों : मंदे के आसार कम

ग्राहकी निकलने से हाल ही में सरसों के भाव 150 रूपए प्रति कुंतल बढ़ गए। भविष्य में भी इसमे गिरावट की संभावना नहीं है।
कम हुए भाव पर तेल मिलो की पूछ परख निकलने तथा स्टॉकिस्टो की बिकवाली घटने से जून month के दौरान सरसों के भाव निचले स्तर से 100 रूपये बढ़कर लारेंस रोड पर 5050/5100 रुपए प्रति कुंतल हो गए। नजफगढ़ मंडी में इसके भाव लूज में 4600/4700 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। सीजन शुरू होने से लेकर अब तक सरसों के भाव ऊपर वाले भाव से 1900 रुपए प्रति क्विंटल गिर गए हैं। जयपुर में 42 % कंडीशन सरसों के भाव उच्चतम में जो 7000 रुपए प्रति क्विंटल बिक गई थी उसके रेट वर्तमान में 5200/5225 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। आगरा में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव 5625 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। देश के विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक घटकर 6.5/7 लाख बोरी दैनिक की हो रही है। सरसों का उत्पादन मुख्यत: राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़, बंगाल इत्यादि राज्यों में होता है, बिजाई का रकबा बढ़ने तथा अनुकूल मौसम होने के कारण इस वर्ष सरसों की फसल काफी अच्छी हुई है। जयपुर में संपन्न हुए रवि सेमिनार में सरसों का उत्पादन 113 लाख टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त की गई है । जबकि सरकारी अनुमान 128 लाख टन से अधिक लगाया गया है। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी किए जाने इस वर्ष किसानों का रुझान सरसों की तरफ बढ़ा है 2023 2024 के लिए सरसों का समर्थन मूल्य 5450 रुपए निर्धारित किया गया है। देश अधिकांश मंडियों में सरसों के रेट समर्थन मूल्य के भाव से नीचे बिक रहे है जिसके कारण निचले स्तर पर स्टाकिस्ट बिकवाली से पीछे कि और हटने लगे हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए, आने वाले दिनों में सरसों के रेट में और गिरावट की संभावना नहीं है।

सोयाबीन : मजबूती जारी रहेगी

बढ़ी हुई कीमत पर भी सोयाबीन की बिक्री मजबूत ही बनी हुई है। यही वजह है कि जलगांव में सोयाबीन 50 रुपए और तेज होकर 5250 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर जा पहुंचा। एक दिन पूर्व भी इसमें इतनी ही तेजी आई थी। शिकागो के सक्रिय तिमाही सोया तेल वायदा में 0.65 प्रतिशत की तेजी आने की जानकारी मिली। केएलसीई में साप्ताहिक अवकाश रहा परन्तु बीते चौतरफा लिवाली निकलने से सक्रिय तिमाही पाम तेल वायदा में 234 रिंगिट प्रति टन का उछाल आया था। इससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। आगामी एक-दो दिनों में हाजिर में सोयाबीन मजबूत ही बना रह सकता है।

सरसों : ज्यादा घटबढ़ नहीं

उत्पादक क्षेत्रों से आवक कमजोर होने तथा तेल मिलों की छिटपुट मांग से लारेंस रोड पर सरसों के भाव 50 रूपये बढ़कर 5100/5150 रुपए प्रति क्विंटल हो गए। नजफगढ़ मंडी में लूज में इसके भाव 4650/4750 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। जयपुर: में बिकवाली घटने 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव 5325/5350 रुपए तथा आगरा मंडी में 5725 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। देश के विभिन्न मंडी में सरसों की आवक 4.50 लाख बोरी के लगभग की रही।

बिनौला तेल : ठहराव की उम्मीद

रिफाइंड व वनस्पति घी निर्माताओ की मांग निकलने एवं आपूर्ति कमजोर होने से बिनौला तेल के भाव 200 रूपये बढ़कर 8900 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। पंजाब की मंडियों में बिकवाली घटने से बिनौला के भाव 3100/3400 रूपए प्रति कुंतल बोलें गए। हाल ही में आई तेजी को देखते हुए इसमें बढ़ने की संभावना कम है। बाजार ठहर सकता है।

सरसों खल : सीमित घटबढ़

पशु आहार वालों की मांग निकलने तथा आपूर्ति घटने से सरसों खल के भाव 2450/2650 रूपए प्रति क्विंटल पर मजबूत रहे। हापुड़ मंडी में इसके भाव 2700/2800 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। जयपुर में मांग घटने से इसके भाव 2450/2500 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए । आपूर्ति व मांग को देखते हुए इसमें तेजी की गुंजाइश नहीं है।

देसी घी- निकट में और मंदा नहीं

हम मानते हैं कि देसी घी की उत्पादन लागत महंगी हो गई है, लेकिन कंपनियों में फैट का स्टॉक बढ़ जाने से अभी निकट में तेजी की गुंजाइश नहीं है। बटर की बिक्री भी 2 दिनों से काफी घट गई है, यहां 380/390 रुपए प्रति किलो 82 प्रतिशत फैट्स वाले मक्खन के भाव चल रहे हैं, लेकिन बाजारों में ग्राहकी कमजोर होने से देसी घी में तेजी ठहरकर आएगी।

नोट – व्यापार अपने विवेक से करे हम किसी भी प्रकार की लाभ हानि कि जिमेदारी नहीं लेते हैं, यह मंडी भाव विभिन्न स्रोतों से एकत्रित करके इस पोस्ट के माध्यम से आप तक ताजा भाव लेकर हाजिर हुए हैं, अधिक जानकारी के लिए अपनी नजदीकी मंडी में मंडी भाव कॉन्फ्रम कर ले या पता कर लें। आशा करते हैं यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगी

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