October 3, 2023
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group (3.1K+) Join Now
नरमा कपास ग्वार मुंग मोठ के किसान इस ग्रुप से जुड़े Join Now
hui

सरसों : मंदे के आसार कम,ग्वार गम : घटने के आसार कम,देसी घी- व्यापार में कमी से मंदा,सरसों : ठहराव की उम्मीद

ग्वार रिपोर्ट – हैलो किसान भाइयों सब को सुबह कि राम राम आज हम 16 जून को एक बार फिर नई जानकारी लेकर हाजिर हुए हैं, आशा करते हैं कि जानकारी आपके लिए यूजफुल होगी, इस पोस्ट के माध्यम से ग्वार गम में तेजी मंदी के बारे में जानकारी प्राप्त करेगे , साथ ही सरसों और बाजरा के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे,हर रोज ताजा मंडी भाव व अन्य जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करें, धन्यवाद आपका दिन शुभ हो
www. haryanamandibhav.com

,

इस पोस्ट में ग्वार गम, सरसों, खल बिनौला, बाजरा, देसी घी के बारे में जानेंगे

ग्वार गम : घटने के आसार कम

गम पाउडर निर्माताओं की मांग कमजोर होने से जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव 100 रूपये घटकर 9800/9900 रुपए प्रति क्विंटल पर सुस्त रहे। गम मिलों की मांग घटने से ग्वार के भाव 5150/5200 रूपये प्रति क्विंटल पर सुस्त रहे। सटोरियों की लिवाली घटने से एनसीडीईएक्स ग्वार गम वायदा जून डिलीवरी में गिरावट रही। आने वाले दिनों में ग्वार गम में और मंदे की संभावना कम है।

सरसों : मंदे के आसार कम

ग्राहकी निकलने से हाल ही में सरसों के रेट 150 रूपए प्रति क्विंटल तक बढ़ गए। भविष्य में भी इसमे गिरावट की संभावना नहीं है।
आप सुधी पाठकों को समय-समय पर सरसों की तेजी मंदी के बारे में खबरें पढ़ने को मिलती रहती हैं इसी तारतम्य ताजा सर्वे के अनुसार घटे भाव पर तेल मिलो की पूछ परख निकलने तथा स्टॉकिस्टो की बिकवाली घटने से जून माह के दौरान सरसों के भाव निचले स्तर से 100 रूपये बढ़कर लारेंस रोड पर 5050 / 5100 रुपए प्रति कुंतल हो गए। नजफगढ़ मंडी में इसके भाव लूज में 4600/4700 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। सीजन शुरू होने से लेकर अब तक सरसों के भाव ऊपर वाले भाव से 1900 रुपए प्रति कुंतल लुढ़क गए हैं। जयपुर में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव ऊपर में जो 7000 रुपए प्रति कुंतल बिक गई थी उसके भाव वर्तमान में 5200/5225 रुपए प्रति कुंतल रह गए। आगरा में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव 5625 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। देश के विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक घटकर 6.5/7 लाख बोरी दैनिक की हों रही है। सरसों का उत्पादन मुख्यतः राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, पंजाब, छत्तीसगढ़, बंगाल इत्यादि राज्यों में होता है, बिजाई का रकबा बढ़ने तथा अनुकूल मौसम होने के कारण इस वर्ष सरसों की फसल काफी अच्छी हुई है। जयपुर में संपन्न हुए रवि सेमिनार में सरसों का उत्पादन 113 लाख टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त की गई है । जबकि सरकारी अनुमान 128 लाख टन से अधिक लगाया गया है। सरकार द्वारा ‘समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी किए जाने इस वर्ष किसानों का रुझान सरसों की तरफ बढ़ा है 2023 2024 के लिए सरसों का समर्थन मूल्य 5450 रुपए निर्धारित किया गया है। देश अधिकांश मंडियों में सरसों के भाव समर्थन मूल्य से नीचे बिक रहे है जिसके कारण निचले स्तर पर स्टाकिस्ट बिकवाली से पीछे हटने लगे हैं। वर्तमान हालात को देखते हुए

सरसों : ठहराव की उम्मीद

विदेशी तेलों में आई उछाल तथा तेल मिलों की मांग से लारेंस रोड पर सरसों के भाव 50 रुपए बढ़कर 5100/5150 रुपए प्रति क्विंटल हो गए। नजफगढ़ में सरसों के भाव लूज 4650/4750 रुपए प्रति कुंटल बोले गए। जयपुर में इसके भाव 5300/5350 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। देश की विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक 6.50 लाख बोरी के लगभग की रही। अभी आईं गिरावट को देखते हुए सरसों में और मंदे की संभावना नहीं है ।

बिनौला खल : मंदा नहीं

पशु आहार वालों की मांग निकलने तथा आपूर्ति घटने के कारण स्थानीय बाजार में बिनौला खल के भाव 50 रुपए बढ़कर 3100/ 3300 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। पंजाब की मंडियों में इसके भाव 3300/3350 रुपए प्रति कुंतल बोले गए। बिनौला की कीमतों में मजबूती का रुख होने तथा सप्लाई व मांग को देखते हुए आने वाले दिनों में इसमें मंदे की उम्मीद कम है। बाजार ठहर सकता है।

देसी घी- व्यापार में कमी से मंदा

देसी घी में व्यापार कमजोर होने से कंपनियों की अपेक्षा सभी मंडियों में मंदे भाव का व्यापार होने लगा है। दूसरी ओर बढ़िया देसी घी का उत्पादन करने में लागत बहुत महंगा है, जिससे मिलावट करने वाले दिल्ली से बाहर की मंडियों में ग्राहक के दामों के अनुसार माल बनाकर नामी-गिरामी कंपनियों का ब्रांड बनाकर बेचने लगे हैं। यही कारण है कि खारी बावली, करोल बाग, श्रद्धानंद मार्केट, जमुनापार सभी मंडियों में देसी घी के भाव 7500/7700 रुपए प्रति टीन के बीच प्रीमियम क्वालिटी के 30 आर एम प्लस वाले माल बिकने लगे हैं, जबकि कंपनियां 200/300 रुपए बाजार भाव से ऊंचा बोल रही हैं। इस तरह बेपड़ता का व्यापार हो रहा है। मिलावट करने वाले गोदाम पहुंच में माल ग्राहक जो मांग रहा है, वहीं पहुंचा दे रहे हैं, क्योंकि उनकी लागत 3900 / 4000 रुपए टीन का पड़ रहा है।

नोट – व्यापार अपने विवेक से करे हम किसी भी प्रकार की लाभ हानि कि जिमेदारी नहीं लेते हैं, यह मंडी भाव विभिन्न स्रोतों से एकत्रित करके इस पोस्ट के माध्यम से आप तक ताजा भाव लेकर हाजिर हुए हैं, अधिक जानकारी के लिए अपनी नजदीकी मंडी में मंडी भाव कॉन्फ्रम कर ले या पता कर लें। आशा करते हैं यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!