गेहूं पर लगा बरसात का ग्रहण || गेंहू रिपोर्ट

गेहूं पर लगा बरसात का ग्रहण,गेंहू

देश में गेहूं की फसल तैयार खड़ी है लेकिन बार-बार बेमौसम की बरसात एवं ओले तथा आंधी से व्यापक नुकसान होने का खतरा बढ़ गया है तथा बढ़िया गेहूं में अपेक्षित मंदा मुश्किल लग रहा है तथा पूर्व उत्पादन अनुमान की अपेक्षा वर्तमान में उत्पादन अनुमान में कुछ कम हो रहा है।

गेहूं की फसल इस समय यूपी, हरियाणा, पंजाब ,राजस्थान मध्य प्रदेश एवं बिहार सहित सभी उत्पादक क्षेत्रों में पककर तैयार है तथा कटाई का काम जोरों पर चल रहा है

सभी उत्पादक राज्य में रुक-रुक कर मौसम खराब होता जा रहा है तथा कहीं ज्यादा कहीं कम बरसात हो रही है इससे गेहूं की फसल खराब होने का आशका बन गयी है ।

गेहूं की बिजाई को देखते हुए इस बार 1120लाख मैट्रिक टन इसका उत्पादन अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन जिस तरह तैयार फसल पर बरसाते होली की मार पड़ रही है इसे देखते हुए उतना उत्पादन बैठ पाना मुश्किल लग रहा है

इस समय मध्य प्रदेश के लिंगा, छिंदवाड़ा, मुलताई के साथ-साथ यूपी एमपी की मंडियों में गेहूं की आवक होने लगी है वहीं नन्ही के हिसाब से 2000/2080 रुपए प्रति क्विंटल के बीच में गेहूं लूज में बिक रहा है

बिहार के बेगूसराय खगड़िया मानसी लाइन में भी नया गेहूं आ गया है वहां 2075/2100 रुपए प्रति क्विंटल का व्यापार हो रहा है इधर कानपुर उन्नाव सीतापुर हरदोई लाइन में भी गेहूं की कटाई शुरु हो गई है वहां भी गेहूं के भाव 2100/2140 रुपए प्रति क्विंटल के बीच अलग-अलग मंडियों में नमी के हिसाब से व्यापार बता रही हैं।

हरियाणा पंजाब में मौसम का तापमान कम होने से यहां अभी गेहूं की कटाई छिटपुट ही हो रही है लेकिन ज्यादा मौसम खराब इन्हीं 2 राज्यों में हुआ है तथा सबसे अधिक उत्पादन वाला राज्य भी हरियाणा पंजाब एवं मध्य प्रदेश की है

इस समय मौसम शुष्क होना जरूरी है अभी मौसम विभाग द्वारा कल तक बरसात की भविष्यवाणी की गई है अब देखना यह है कि किन-किन क्षेत्रों में बरसात एवं मौसम खराब हो रही है यानी कुल मिलाकर गेहूं के वर्तमान भाव उत्पादक मंडियों में जो चल रहे हैं इसमें अब ज्यादा घटने की गुंजाइश नहीं है।

गौरतलब है कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल का है लेकिन यही भाव थोड़ा कम उत्पादक मंडियों में भी चल रहे हैं इसलिए ऐसा आभास हो रहा है कि सरकार को इस बार भी गेहूं प्रचुर मात्रा में मिल पाने में संदेह है।

सरकार को चाहिए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य में दोबारा संशोधन करके 2215 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया जाए इस संशोधन से सरकार को गेहूं मिलने की संभावना ज्यादा हो जाएगी ।

दिल्ली सहित एनसीआर की मंडियों में गेहूं के भाव 2275 से 2325 रुपए प्रति क्विंटल के बीच चल रहे हैं ।पुराना गेहूं भी काफी नीचे आ गया है क्योंकि इसकी ली वाली भी अब रोलर फ्लोर मिल आटा चकिया नहीं कर रही है आगे और तेजी मंदी मौसम के ऊपर निर्भर होगी

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